अंधा इश्क – True Sad Love Story in Hindi


एक लड़का था दीवाना सा. वह एक लड़की से बहुत प्यार करता था. लेकिन परेशानी यह थी कि वह लड़की अंधी थी. लेकिन फिर भी वह लड़का उस लड़की को दिलों जान से चाहता था. उस लड़की की हर जरूरत को ध्यान में रखता और उसके घरवालों की हर संभव मदद करने की कोशिश करता था. लड़की भी उसे धीरे-धीरे चाहने लगी थी. 
लेकिन अंधी होने के कारण वह काफी उदास रहती थी. वह अक्सर उस लड़के से कहा करती थी-- "तुम किसी और से शादी कर लो, नहीं तो दुनिया मुझे जीने ना देगी और ताने देगी कि लड़की ने लड़के को झूठे प्यार में फंसा लिया". लड़की की यह बात सुनकर लड़का दुखी हो जाता. लेकिन लड़का उसे दिलो जान से चाहता था. वह जानता था, कि लड़की भी उसे प्यार करती है. लेकिन देख न पाने की वजह से वह किसी और से शादी करने के लिए बोलती है.

 एक दिन लड़के ने उस लड़की की आंखों को ठीक कराने का दृढ़ निश्चय किया और एक बहुत बड़े हॉस्पिटल में 'आंखों के डॉक्टर' से उस लड़की की आंखों का चेकअप कराया. चेकअप के बाद डॉक्टर ने लड़के से कहा-- "यह लड़की फिर से दुनिया को देख सकती है, बशर्ते इनको कोई अपनी आंखें दान कर दें".

लड़के ने कुछ समय सोचने के बाद डॉक्टर से लड़की की आंखों का ऑपरेशन करने के लिए कहा. लड़की की आंखों का ऑपरेशन हो गया और सब कुछ सही रहा. कुछ समय बाद जब लड़की की आंखों से पट्टी हटाई गई तो लड़की ने सबसे पहले उस लड़के से मिलने की इच्छा जाहिर की. लेकिन जब लड़की उस लड़के से मिली, तो उसे पता चला कि वह लड़का भी अंधा है.

 लड़की का दिल बैठ सा गया. उसने न जाने क्या-क्या अरमान सजा रखें थे, उस लड़के के प्रति जो उसे एक पल में ही टूटते हुए नजर आ रहे थे. लेकिन उस लड़की ने अपने सभी अपेक्षाओं पर पानी फिरता देख किसी और लड़की से शादी कर ली. जब यह खबर लड़के को पता चली तो उससे यह बर्दाश्त ना हुआ और वह बीमार रहने लगा. एक दिन उस लड़के की एक रोड एक्सीडेंट के दौरान मौत हो गई.


जब यह खबर लड़की को पता चली तो लड़की जोर जोर से रोने लगी. तभी उसे एक अदृश्य आवाज सुनाई दी--" तुम मेरे दिल को तो संभाल न सकी, कम से कम मेरी आंखों का तो ख्याल रखो और रोना बंद करो". लड़की को यह आवाज कुछ जानी पहचानी लगी.

लड़की को समझते देर न लगी कि आवाज उसे क्यों सुनाई दे रही है. लड़की फूट-फूटकर और जोर से रोने लगी और अपने-आप को कोषने लगी. लेकिन अब क्या हो सकता था. बस यह कहानी एक अंधा इश्क बनकर रह गई.
बस इतनी सी थी, ये कहानी......!!!

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